रसूलों 1:3 - उर्दू हमअस्र तरजुमा3 दुख सहने के बाद, हुज़ूर ईसा ने अपने ज़िन्दा हो जाने के कई क़वी सबूतों से अपने आप को उन पर ज़ाहिर भी किया और आप चालीस दिन तक उन्हें नज़र आते रहे और ख़ुदा की बादशाही की बातें सुनाते रहे। Faic an caibideilइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20193 ईसा ने तकलीफ़ सहने के बाद बहुत से सबूतों से अपने आपको उन पर ज़िन्दा ज़ाहिर भी किया, चुनाँचे वो चालीस दिन तक उनको नज़र आता और ख़ुदा की बादशाही की बातें कहता रहा। Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस3 अपने दुख उठाने और मौत सहने के बाद उसने अपने आपको ज़ाहिर करके उन्हें बहुत-सी दलीलों से क़ायल किया कि वह वाक़ई ज़िंदा है। वह चालीस दिन के दौरान उन पर ज़ाहिर होता और उन्हें अल्लाह की बादशाही के बारे में बताता रहा। Faic an caibideil |
तब उन्होंने पौलुस की बातें सुनने के लिये एक दिन मुक़र्रर किया। जब वह दिन आया तो वह पहले से भी ज़्यादा तादाद में उन की रिहाइश पर हाज़िर हुए। पौलुस ने उन्हें ख़ुदा की बादशाही के बारे में समझाया और साथ ही हुज़ूर ईसा अलमसीह के बारे में हज़रत मूसा की शरीअत और नबियों की किताबों से उन्हें क़ाइल करने की कोशिश की। गुफ़्तगू का ये सिलसिला सुबह से शाम तक जारी रहा।