1 तीमु 5:4 - उर्दू हमअस्र तरजुमा4 और अगर किसी बेवा के लड़के या पोते हों तो उन की पहली ज़िम्मेदारी अपने घर वालों के तईं अपना फ़र्ज़ अदा करते हुए ख़ुदा का बन्दा बनना सीखें इस तरह अपने वालिदैन और दादा दादी के हक़ अदा करना सीखें क्यूंके ये ख़ुदा की नज़र में पसन्दीदा है। Faic an caibideilइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20194 और अगर किसी बेवा के बेटे या पोते हों, तो वो पहले अपने ही घराने के साथ दीनदारी का बर्ताव करना, और माँ — बाप का हक़ अदा करना सीखें, क्यूँकि ये ख़ुदा के नज़दीक पसन्दीदा है। Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस4 अगर किसी बेवा के बच्चे या पोते-नवासे हों तो उस की मदद करना उन्हीं का फ़र्ज़ है। हाँ, वह सीखें कि ख़ुदातरस होने का पहला फ़र्ज़ यह है कि हम अपने घरवालों की फ़िकर करें और यों अपने माँ-बाप, दादा-दादी और नाना-नानी को वह कुछ वापस करें जो हमें उनसे मिला है, क्योंकि ऐसा अमल अल्लाह को पसंद है। Faic an caibideil |