1 तीमु 2:7 - उर्दू हमअस्र तरजुमा7 और इसी मक़सद के लिये मुझे मुन्नाद और रसूल और ग़ैरयहूदियों को ईमान और सच्चाई की बातें सिखाने वाला उस्ताद मुक़र्रर किया गया। मैं झूट नहीं बोलता, सच कह रहा हूं। Faic an caibideilइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20197 मैं सच कहता हूँ, झूठ नहीं बोलता, कि मैं इसी ग़रज़ से ऐलान करने वाला और रसूल और ग़ैर — क़ौमों को ईमान और सच्चाई की बातें सिखाने वाला मुक़र्रर हुआ। Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस7 और यह गवाही सुनाने के लिए मुझे मुनाद, रसूल और ग़ैरयहूदियों का उस्ताद मुक़र्रर किया ताकि उन्हें ईमान और सच्चाई का पैग़ाम सुनाऊँ। मैं झूट नहीं बोल रहा बल्कि सच कह रहा हूँ। Faic an caibideil |
फिर भी हम यह जानते हैं के इन्सान जिस्मानी शरीअत पर अमल करने से नहीं, बल्के सिर्फ़ ख़ुदावन्द ईसा अलमसीह पर ईमान लाने से रास्तबाज़ ठहराया जाता है। इसलिये, हम भी, अलमसीह ईसा पर ईमान लाये ताके शरीअत पर अमल करने से नहीं बल्के अलमसीह पर ईमान लाने से रास्तबाज़ ठहराये जायें, क्यूंके शरीअत के आमाल से कोई इन्सान रास्तबाज़ नहीं ठहराया जा सकता।