उमीद को सोत परमेसर है, और बौ तुम लोगौ कै पूरी खुसी और सान्ति सै भर दे जैसो कै तुमरो बिसवास उसमै है। ताकि पबित्तर आत्मा की सकति सै तुमरी उमीद बढ़ती जाऐ।
और इनई हतियारौं सै हम लोगौ के बिरोद और घमंड की सोचकै खतम करै हैं, जो परमेसर के गियान के खिलाप उठै हैं, और हर एक सोचकै कैद करकै मसी की आगियाँ माननै बारी बना देवै हैं।
हे भईयौ और बहनौ, खुस रौह। अब मैं तुमसै बिदा चाँहौ हौं, अपनो चाल-चलन सई रक्खौ, और बैसोई करिओ जैसो मैंनै कैई है, एकई सोच रक्खौ और सान्ति सै रैहऔ, पियार और सान्ति को परमेसर तुमरे संग रैह।
जौ चिट्ठी मसी ईसु की सेवा कन्नै बारे पौलुस और तीमुथियुस की ओर सै, फिलिप्पी मै रैहनै बारे मसी ईसु के सिगरे बिसवासी लोगौ कै और मुखियौं कै, और सेवकौ कै,
यहून्ना की ओर सै एसिया की उन सात बिसवासिऔ की मंडलिऔ के ताँई लिखौ हौं। उस परमेसर की ओर सै जो है और जो हो और जो आनै बारो है, और उन सात आत्माऔ की ओर सै जो बाके सिंगासन के सामने हैं; तुमकै किरपा और सान्ति मिलती रैह।
“जिसके कान हौं बौ सुन ले आत्मा बिसवासिऔ की मंडलिऔ सै का कैबै है। “जो जै पाय, उसकै मैं गुप्त मन्ना मै सै दंगो और उसकै एक सपेद पत्थर बी दंगो और उस पत्थर मै एक नओ नाम लिखो भओ होगो, जिसकै बाके लैनै बारे के अलाबा और कोई ना जानैगो।