1 हे मेरे पियारे भईयौ, मेरी इच्छा है कै मैं तुमसै मिलौं कैसेकै तुम मेरी खुसी, और मेरी इज्जत हौ, और तुमकै जैसो मैंनै बताऔ है, परभु मै तुम बैसेई पक्के बने रौह।
सिरप इतनो करौ कै तुमरो चाल-चलन मसी की अच्छी खबर के लायक हो जाऐ कै चाँहे मैं आकै तुमकै देखौं या ना बी आऔं, पर मैं तुमरे बारे मै बस जौई सुनौं कै तुम सब एक आत्मा मै टिक जाऔ और एक मन हो कै, एक संग मिलकै अच्छी खबर के बिसवास के ताँई मैहनत करते रैहऔ।
जिन्दगी के बचन मै मजबूती के संग चलते रौहौ, ताकि मसी के फिर सै लौहट आनै के दिन मै मैंकै जा बात को गर्ब होए कै मेरी जिन्दगी की दौड़ भाज और मैहनत बेकार ना गई।
इपफरास जो तुमरे हिंया को है, बौ मसी ईसु को सेवक है, तुमकै नमस्कार कैबै है। बौ तुमरे ताँई हमेसा जौ पिराथना करतो रैहबै है कै तुम परमेसर की सिगरी मरजी के बारे मै पूरे तरीका सै समजकै और पक्के होकै टिके रौह।
हम जौ पिराथना करै हैं कै तुमरे दिल मजबूत हौंऐ। जब हमरो परभु ईसु अपने पबित्तर लोगौ के संग आय, तौ बा बखत मै बी तुम परमेसर के सामने पबित्तर और निरदोस ठैर सकौ।
पियारे भईयौ, तुम इन बातौं कै पैलेई सै जानौ हौ इसताँई चौकस रौह। कहीं ऐंसो ना होए कै तुम उन दुसट आदमिऔ के बैहकाबे मै आकै अपनी रस्ता सै ना भटकिओ और अपनी मजबूती कै हात सै जान मत देईओ।