“तब राजा अपने खाने हात बारे लोगौ सै कैगो, हे मेरे अब्बा के धन्न लोगौ, आऔ और उस राज के हकदार बन जाऔ, जो दुनिया के सुरू सैई तुम लोगौ के ताँई तईयार करो गओ है।
कैसेकै परमेसर के बुद्धि के हिसाब सै जा दुनिया के लोग अपनेई बुद्धि सै परमेसर कै ना जानै हैं। तबई परमेसर कै जौ अच्छो लगो कै जिन परचार कन्नै बारे लोगौ कै जा दुनिया के लोगौ नै मूरख समजो उनई के परचार के दुआरा बिसवास कन्नै बारौ के ताँई मुक्ति को रस्ता खुलो।
जैसे तुमकै परखो गओ है बैसेई दूसरे लोगौ कै परखो गओ हो। परमेसर बिसवासजोग है बौ तुमकै तुमरी सैहन सकति सै बाहार परखनै के ताँई ना छोड़ैगो, बलकन परखनै के संग-संग बौ बासै बचनै की रस्ता बी दिखागो, जिस्सै तुम उस्सै गुजर सकौ।
हे भईयौ और बहनौ, मैं तुमकै जौ बोल रओ हौं कै, जा धरती को सरीर और खून परमेसर के राज के हकदार ना हो सकै हैं, और नास होनै बारी चीज, ना नास होनै बारी चीज के हकदार ना हो सकै हैं।
सिरप बौई अमर है जो हमेसा की जोती मै रैहबै है, जिसकै किसी आदमी नै ना तौ कबी देखो है और नाई देख सकै है। बाकी इज्जत और सकति युगौं-युगौं तक रैह। ऐंसोई होए।
इसताँई मैं जे दुख बी उठा रओ हौं, फिर बी मैं सरमाबौ ना हौं कैसेकै मैं जौ बात जानौ हौं कै मैंनै किस मै बिसवास करो है। मैंकै पक्को भरोसो है कै जो मैंकै चीज सौंपी हैं बाकी रखबारी बौ कर सकै है, जब तक कै बौ नियाय को दिन ना आय।
परमेसर और ईसु मसी कै गभा मानकै, जो जिन्देऔं और मरे भएऔं दौनौ को नियाय करै है, और बाके राज के फिर सै आनै के बारे मै याद दिब्बाते भए मैं तुमकै हुकम देवौ हौं।
पर जे लोग एक अच्छे देस मै जानै की सोचै हैं यानी सुरग मै। उनके बारे मै परमेसर जौ कैने मै ना सरमाबै है कै मैं उनको परमेसर हौं। कैसेकै बानै उनके ताँई एक सैहर बनाओ है।
और तुम सिओन के पहाड़ के धौंरे और जिन्दे परमेसर के सैहर मै आए हौ जो सुरग को ऐरूसलेम है बाके धौंरे जानै कितने हजारौं सुरगदूत खुसी मनानै के ताँई इखट्टे होवै हैं।
अपनी इच्छा कै पूरी कन्नै के ताँई परमेसर हर एक अच्छी चीजौ सै तुमकै भरै, और ईसु मसी के दुआरा जो परमेसर कै अच्छो लगै है बौ बाकै तुमरे भीतर करै। ईसु मसी की बड़ाई हमेसा-हमेसा होती रैह। ऐंसोई होए।
हे मेरे पियारे भईयौ सुनौ; का परमेसर नै जा दुनिया के गरीब लोगौ कै ना चुनो कै बे बिसवास मै पक्के और मसी के राज के अधकारी हौं, जिसको बादो बानै अपने पियार कन्नै बारौ से करो है?