जौ नियम सिरप धरमी लोगौ केई ताँई ना है। पर नियम तोड़नै बारौ के, नियम कै ना माननै बारौ के, परमेसर कै ना माननै बारे लोगौ के, पापी लोगौ के, अपबित्तर लोगौ के, परमेसर की इज्जत ना कन्नै बारौ के, और अईया-अब्बा कै जान सै मारनै बारौ के, खून कन्नै बारौ के,
हे तीमुथियुस जो तेकै देर खाई है, तू बाकी देखभाल कर। और जो बात आत्मिक ना हैं, बेकार की बकबास सै और दुसमनौ की बिरोद की बातौं के तीरौं सै जो झूँटो गियान कैलाबै है बासै दूर रैहईए।
उनकै इन बातौं की याद दिब्बातो रैहईए और परमेसर के सामने चितौनी देईए कै छोटी छोटी बातौं मै बैहैस बाजी कन्नै सै कोई फाएदा ना है, पर जो इनकै सुनै है, बे बी नास हो जावै हैं।
धियान सै रैहईओ ऐंसो ना होए कै कोई बी परमेसर की किरपा सै छुट जाय, और कोई करई जड़ फटकै तुमरे ताँई मुसीबत लाय और जिसकी बजै सै भौस्से लोग अपबित्तर हो जावै हैं।
जे बेकार की घमंड की बात करकै और सरीर की बुरी इच्छा और लुचपन की बातौं मै उनकै अपनी ओर खैंच लेबै हैं, जो गलत सिक्छा मै हैं उन लोगौ सै अबी-अबी बचकै लिकरे हैं।
और उन चमत्कार के चिन्नौ के कारन, जिनकै उस जनाबर के सामने दिखानै को अधकार बाकै देओ गओ हो, बौ धरती मै रैहनै बारौं कै इस तरै बैहकाबै हो, कै धरती मै रैहनै बारौं जिस जनाबर के तरवार लगी ही, बौ जिन्दो हो गओ है, उसकी मूरती बनाऔ।
तबई मैंकै उसकी एक खोपड़ी ऐंसी दिखाई दे रई ही, जैसे उसमै जानलेबा घाब लगो होए पर उसको घाब ठीक हो चुको हो। सिगरी दुनिया अचम्बो करते भए जा जनाबर के पीछे चल पड़ी।