हे भईयौ और बहनौ, मैं तुमसै इस तरै सै बात ना कर सको जैसे आत्मिक लोगौ सै करौं हौं, पर तुम्मै जो लोग मसी के बिसवास मै बालकौ के हाँई हैं। मैंनै उनके संग ऐंसी बात करीं जैसी दुनिया के लोगौ के संग करौ हौं।
अब हम मूरतिऔं के सामने बलि करी भई खानै की चीजौ के बारे मै बात करंगे। हम जानै हैं कै हमकै इन बातौं को गियान है, पर गियान आदमी कै घमंडी बना देवै है, पर पियार सै आदमी की तरक्की होवै है।
मैंकै सच्चे बचन की बजै सै घमंड ना होए इसताँई मेरे सरीर मै एक ऐंसो दरद है जैसे किसी नै काँटो चुभैदओ होए। जौ सैतान को दूत है और बौ मेरे हरदम चुभैतो रैहबै है कै, मैं घमंड ना कर सकौं।
तौ मैं समजौ हौं कै बाकै घमंड नै अन्धो बना दओ है और कुछ ना समजै है। पर बाकै बैहैस कन्नै की और छोटी छोटी बातौं मै लड़ाई कन्नै की बेमारी हो गई है, जिनसै जरन, और लड़ाई, और बेजती की बात, और बुरे-बुरे सक कन्नै।
हे जमान बालकौ, तुम बी मुखियौं की बात मानौ, और तुम सब एक दूसरे के संग नमर बनौ कैसेकै पबित्तर सास्तर मै लिखो है, “परमेसर घमंड कन्नै बारौ को बिरोद करै है पर दीन लोगौ के ऊपर किरपा करै है।”
कैसेकै परमेसर नै उन सुरगदूतौं कै बी ना छोड़ो जिनौनै पाप करो हो, बलकन उनकै साँकर सै बांधकै नरक के इन्धेरे कुन्ड मै फैंक दओ ताकि नियाय के दिन तक कैद मै रैंह।
और जिन सुरगदूतौं नै अपनी रैहनै की जघै और पद कै छोड़ दओ हो उनकै परमेसर नै हमेसा के ताँई कुप्प इन्धेरे मै बांधकै नियाय के आखरी दिनौ मै सजा के ताँई रखर खाओ है।