तीतुस 2:12 - राना थारु नयाँ नियम12 परमेश्वरको अनुग्रहके कारण, परमेश्वर हमके सिखात हए, कि हम अइसो ब्यबहार नाए करएं, जो ब्यबहार परमेश्वरके खुसी नाए बनात हए। और जौन चीजके पानके गैर-बिश्वासीनको इच्छा रहात हए, उइसो चीजको इच्छा हमके नाए करन पणत हए। और हम संसारमे हएं कहेसे बुद्धिमान और धार्मिकतासे परमेश्वरके खुसी बनानको ब्यबहार करन पणत हए। Faic an caibideilपरमेस्वर को सच्चो वचन12 और हमैं जौ अनुग्रह चितौनी देथै, कि हम अभक्ति और सांसारिक अभिलासा से मन फेरकै जौ युग मैं संयम, धार्मिकता और भक्ति से सई जीवन बितामैं; Faic an caibideil |
काहेकी हम फिर पहिले समयमे मुरख, परमेश्वरको आज्ञापालन नाए करन बारे, और आदमीनसे धोखा खाएभए हएं, और हम हर मेलके खराब काम करनके नाए छोडपात रहएं, जौनके हम करन चाँहत रहएं। अइसे करके हमके आनन्द मिलत रहए। और हम अपने समय खराब तरिकासे ब्यबहार करनमे और दुस्रे आदमीनसे डहा करनमे बितात रहएं। और हम घृणित आदमी रहएं; हर कोइ आदमी हमसे घृणा करत रहए, और हम बोसे घृणा करत रहएं।
तुमर ताहीं ख्रीष्टके द्वारा पबित्र आत्मा दओगओ हए, और बा तुमर भितर रहात हए। तुमरमे पबित्र आत्मा रहानतक कोइ फिर तुमके सत्यके बारेमे नाए सिखान पणैगो, काहेकी पबित्र आत्मा तुमके सब बात सिखात हए। बाको सिखाइ बात सच्चो होत हए, पर झुठो नाए होत हए। जहेमारे ख्रीष्टके सँग एकजुट हुइके बने रहाओ, जैसेकी पबित्र आत्मा तुमके करन कही हए।