प्रकाशितवाक्य 22:2 - सिरमौरी नौवाँ नियम2 नोंदी पौरमेशवर औरौ मेम्ने कै सिंहासन तौड़ी शै बौं थी, औरौ शहर कै चौड़ै शोड़क बाटी जांव थी। नोंदी कै हरेक किनारे पांदी जीवन दैणैवाल़ै डाल़ लागै रौवै थिए जू कै हर साल बारौ बैई फल़ दैंव थिए, यानी हर मीनै दै ऐक बैई दुनिया कै लोग तिनु पातौ का इस्तैमाल कौरेयौ आपणै बीमारी शै ठीक हौए जांव थिए। Faic an caibideilSirmouri2 सेजी नंदी नंगर के च़ौराई खास बाटो बाटी ज़ाँव थी, अरह् तियों नंदी की टीराँव्टी गाशी दु:ई ढबे जीवन के डाल़ हों थिऐ, जिन्दें बारहीं किस्समं के फ़ल़ हर भीने लागो थिऐ; अरह् तिनू डाल़ो की पाच़ियों लंई हर जात्ती के लोग दुवाई के जागे दे थंऐयों तिन्दें लंई भले-चाँगे हंऐ ज़ाँव थिऐ। Faic an caibideil |