प्रकाशितवाक्य 21:5 - सिरमौरी नौवाँ नियम5 औरौ जू सिंहासन पांदी बौठै रौआ थिया, तैणै बौल़ौ, “मोऐं सौबै ठुँ नौवाँ कौरे दियु।” तोबै तैणै बौल़ौ, “लैख पा, जू हांव बुलूए तू तिथपांदी बिशवाश कौरे सौकै। ऐजी बातौ निशोंक हौयौ हौंदी।” Faic an caibideilSirmouri5 तिन्ऐं जुण्जें तेसी सिंगाँस्हणों गाशी बंईठे अंदे थिऐ, तिन्ऐं बुलो, “देख! ऐबे हाँव सब-कुछ़ नुंओं करी देऊँबा!” तबे तिन्दे पाछ़ी तिन्ऐं मुँखे बुलो, “ऐजी बातो ऊँबी लिख, किन्देंखे के ऐजी बातो बिश्वाष ज़ूगी, अरह् साच्ची असो।” Faic an caibideil |
तोबै स्वर्गदूतै मुंकैई बौल़ौ, “ऐजी सौबै बातौ जू ताखै बौताए रैई, साची औसौ औरौ पूरी तरह शै बिशवाश कौरणौ लायक औसौ। जिथुकै प्रभु पौरमेशवर जैसीए पौरमेशवर कै बातौ बौताणौवाल़ै कै आपणा आत्मा दैय राए थिया। सैजाई औसौ जैणै मुखै, जू कै तैसका स्वर्गदूत औसौ, ताखै सैजौ बौताणौ कारिए भैजै राए जू कै तावल़ो हौणौवाल़ौ औसौ।”