प्रकाशितवाक्य 2:10 - सिरमौरी नौवाँ नियम10 तिनु दुखो शै डौरेया नी जू ताखै भैटौ। शैतान तुऔं मुंजीदै किछै लोगौ कै थोम्बाला औरौ तुऔं कोयदी दा पाए दैंदा ताकि सै तुंआरी परीक्षा कौरे सौकौ। तुऐं दस दूसौ तौड़ी बौड़ी मुसीबतौ कै महसूस कौरदै। पौरौ मुं पांदी बिशवाश कौरणा कौलोंई नी छोड़ेया, चाहै तुऔं जान शै बै मारै दैंव, जिथुकै हांव तुऔं खै तुंआरी जीत का इनाम कै रुप दा सौदा कि जिन्दगी दैंदा। Faic an caibideilSirmouri10 जुण्जे दु:ख्ह ताँव झेल़्णें पड़ले, तिन्दा डरे ने। किन्देंखे के देखो, शैतान तुँओं मुँझ शे किऐ कय्दखाने दे पाँणें चहाँव जू तुँओं जाँच्चें-पर्खे ज़ाँव; अरह् तुँओं दष देसो तोड़ी कल़ेष भोग्णाँ पड़ो। पराँण देणों तोड़ी बिश्वाषी रंह्, तअ हाँव ताँव्खे जीवन को मुँकुट-ताज देऊँबा। Faic an caibideil |