प्रकाशितवाक्य 18:3 - सिरमौरी नौवाँ नियम3 ऐजौ इथ बौजैह शै हौंदौ जिथुकै तियैं बैटमाणिशै जू कै बाबेल शहर औसौ, हरेक राज्य कै सौबै लोगौ खै सैजै सूर पिलाए जू कै तैसकै मूर्ति कै पूजा औसौ। सारै धोरती कै राजा तैसकै गौंदै कामौ दै शामिल हुवे। धोरती कै व्यापारी तियौं बैटमाणिशौ कै मौंगै-मौंगै चीज़ौ कै इछा कै बौजैह शै सैठ बौणै गौवै। Faic an caibideilSirmouri3 किन्देंखे के सोभी जात्ती-जात्ती के लोगे ऐ तियाँरे कू-कर्णी बिच्के-काम के डराव्णी सूर पी थंऐ, धर्ती के राजाओं ऐ तियाँरी गईलो कू-कर्म बिच़्के-काम करी थुऐ, अरह् बादी संईसारी धर्ती के बईपारी लोग तियाँरे भोग-बिलास के धंन शे धंनवाँन-सैठ बंणी गुवे।” Faic an caibideil |
तिथै ऐक ओका स्वर्गदूत थिया जू आगलै स्वर्गदूत कै पाछै ओऊवा औरौ बौल़ौ, “ऐबै ऐजौ शहर नाश हौए गौ। बाबेल शहर बुरी तरह शै नाश हौए गौ। ऐसी शहरै सौबी आदमी की बिरादारी कै आपणै सुरो कै नोशे दै टुन कौरे दियै, बाबेल शहर कै लोगै शोरीरो कै कुर्कमौ कै बौजैह शै धोरती कै सौब देशो कै लोगौ कै तैशणैई पाप कौरणौ कारिए उकसोऊवे थिए। जैशै मानौ बाबेल शहर कै लोगै दुनिया कै लोगौ कै सूर पिणौ कारिए दै, औरौ ऐजी बात लोगौ कै पौरमेशवर शै सौजा भैटणौ कै बौजैह बौणल़ै।”