प्रकाशितवाक्य 16:2 - सिरमौरी नौवाँ नियम2 इथकारिए आगलै स्वर्गदूतै जू तैसकै डौंगै दो थियु सैजौ धोरती पांदी रिताए दियु। तोबै तिनु लोगौ खै जिनुपांदी राकस कै छाप थै या जिनुवै तैसकै मूर्ति कै पूजा कौरे राए थै, तिनु लोगौ पांदी दर्दनाक औरौ खतरनाक फोड़े निकल़ै। Faic an caibideilSirmouri2 ईन्देंखे आगले स्वर्गदूत्त ऐ ज़ाऐयों आप्णा बैलुवा धर्ती गाशी पेरी दिता। जिन्दें का नंतिजा ऐजा हुवा, तिनू आदमी ऐ, जिनू गाशी तेथू खराब-खाऊरे बुँणेंरो की छाप-मुँहर थी, अरह् जुण्जे तेथू खाऊरे बुँणेंरो की मुर्ती के पूजा करह् थिऐ, तिन्दे फोड़े-दु:ख्णें फाटे। Faic an caibideil |
तोबै इनु दुईनै स्वर्गदूतौ कै बाद ऐक ओका तीजा स्वर्गदूत ओऊवा औरौ सै जोर शै बौल़ौऊवा, “जू कुणिए तैसी राकस औरौ तैसकै मूर्ति कै पूजा कौरौ, औरौ जू कुणिए आपणै माथै या आपणै हाथौ पांदी तैसकै छाप लांव, तैसी सख्ताई शै पौरमेशवर सौजा दैंदा। ऐजौ ऐशै हौंदौ जैशै तिनु लोगै बिना मिलावट कै सूर पी रालै, जिनु पौरमेशवरे आपी तिनकै कटौरै दै पाए राए जू पौरमेशवर कै गुस्से खै दिखांव। पौरमेशवर तिनु लोगौ खै पवित्र स्वर्गदूतौ औरौ मेम्ने कै सामणै आग औरौ गन्धक शै मानसिक औरौ शारीरिक पीड़ा दा सौतांदा।