प्रकाशितवाक्य 15:3 - सिरमौरी नौवाँ नियम3 सैजै ऐक ऐशणौ गीत गांव थिए जैशैकै पौरमेशवर कै सेवक मूसाए बैजाए औगौड़ियौ गाए राए थियु। तिनुऐ यीशु कै महिमा कौरणौ कारिए, जू कै ऐक मेम्ने साए औसौ, ऐशैकै खै गौऊं: “ओए रै सौबिदा बौड़ा शौकतीशाली प्रभु पौरमेशवर, जू किछै तुऐं कौरे राए सै महान औरौ अनौखा औसौ। तू सौबी देशो का राजा औसौ, तू जू बै कौरे सोही औरौ धरमी औसौ।” Faic an caibideilSirmouri3 से पंण्मिश्वर के दास ऋषी-मूसा को गीत्त, अरह् तेसी छ़ैल़्टे को गीत्त गाऐ गाऐयों बुलो थिऐ: “हे सर्ब-शक्त्तिमाँन प्रभू पंण्मिश्वर, तेरे काँम-काज़ बड़ी नंखै असो; हे ज़ूगौ-ज़ूगौ के राजा, तेरी चाल ठीक अरह् साच्ची असो।” Faic an caibideil |
तिथै ऐक ओका स्वर्गदूत थिया जू आगलै स्वर्गदूत कै पाछै ओऊवा औरौ बौल़ौ, “ऐबै ऐजौ शहर नाश हौए गौ। बाबेल शहर बुरी तरह शै नाश हौए गौ। ऐसी शहरै सौबी आदमी की बिरादारी कै आपणै सुरो कै नोशे दै टुन कौरे दियै, बाबेल शहर कै लोगै शोरीरो कै कुर्कमौ कै बौजैह शै धोरती कै सौब देशो कै लोगौ कै तैशणैई पाप कौरणौ कारिए उकसोऊवे थिए। जैशै मानौ बाबेल शहर कै लोगै दुनिया कै लोगौ कै सूर पिणौ कारिए दै, औरौ ऐजी बात लोगौ कै पौरमेशवर शै सौजा भैटणौ कै बौजैह बौणल़ै।”