बिशवाश लैई ही नूह खै जोबै पौरमेशवर तैसी ऐक बाढ़ कै बारै मुंजी चैतावणी दैय जू तैणै इबी ना दैखै रैई थी, तोबै बै तैणै चैतावणी पायौ पौरमेशवर आरी बैजाए डौर कै साथै आपणै परिवार कै बौचाणौ कारिए जहाज बाणौ, नूह कै बिशवाश शै औकै लोग जिनुवै बिशवाश ना कौरी, दोषी ठौहरै। औरौ नूह आपणै बिशवाश लैई ही पौरमेशवर की नज़र दा धरमी बौणा