1 पतरस 5:2 - सिरमौरी नौवाँ नियम2 जैशैखै चौराईया आपणै भैड़ौ कै रोखवाल़ी कौरौ, तैशैखैई तुऔं सौबी कै रोखवाल़ी कौरणै चैंई जिनु पौरमेशवरे तोंवारै दैखभाल दै सौंपै राए। ऐजौ आपणी मर्जी शै कौरौ, जिथुकै पौरमेशवर ऐजौई चांव कै तुऐं ऐशै कौरौ। ऐशै सिरफ इथकारिए नी कौरौ जिथुकै तुऔं ऐशै कौरणौ कारिए मजबूर कौरे राए। ऐजा काम इथकारिए ना कौरौ जिथुकै तुऐं पौयसै कमाणै चांव पौरौ पौरमेशवर औरौ लोगौ कै सेवा कौरणौ कै इछा कै साथै कौरौ। Faic an caibideilSirmouri2 के पंणमिश्वर की हिछ़या दे पंणमिश्वर की मंडल़ी के दे:ख-भाल़ करह्—कोसी दबाव दी आऐयों ने, परह् आप्णी हिछ़या के मुँताबिक कोसी लाल़च की नंजरी शी ने परह् शुद्ध सेवा-भाव शी। Faic an caibideil |