1 पतरस 3:4 - सिरमौरी नौवाँ नियम4 पौरौ तुऔं भीतरो शै आणौवाल़ै नम्र औरौ शान्त बर्ताव कै सुन्दरता लैई आपी कै सुन्दर बौणणौ चैंई। ऐजी सुन्दरता कौलोंई ना मिटौ, औरौ पौरमेशवर कै नज़र दै बैजाए कीमती औसौ। Faic an caibideilSirmouri4 परह् तुँवारी चुप्पी बिना दे:खी इंनसाँनिय्त, अरह् नरमाँऐं वाल़ा मंन की गरबाई जिन्दे के सजावट कोद्दी ने मिट्दी से संज्जी अंदी रंह्, किन्देंखे के पंणमिश्वर की नंजरी दा ईन्दें का मोल बैजाऐ बड़ा असो। Faic an caibideil |
पौरौ आपणै मनो दा मसीह कारिए डौर राखौ, औरौ प्रभु कै रुप दै तैसी इज्जत दैव औरौ जै कुणिए तियौं आशा कै बारै मुंजी पूछौ जू बिशवाशी हौणौ कै नातै आमै सौबै साझा कौरु, तौ हमैशा तैसी सौमझाणौ कारिए तैयार रौव। पौरौ नम्र औरौ आदर कै साथै कौरौ। हमैशा सैजौई कौरौ जू सोही औसौ। तोबै बै जै लोग तोंवारै खिलाफ बुरु बौल़ौ, तौ सैजै ही शर्मिंदा हौंदै जोबै सै मसीह कै साथै तोंवारै आछै सौमबंध कै बौजैह शै तोंवारै आछै बर्ताव खै दैखलै।