प्रकाशितवाक्य 4:2 - Sirmouri2 हाँव तैख्णीं पबित्र-आत्त्मा शा भरा गुवा, अरह् मुँऐं का देखो, के ऐक सिंगाँस्ण स्वर्गो दो थऐ थुओ, अरह् तेसी सिंगाँस्हणों गाशी कुँऐं बऐठी रूआ। Faic an caibideilसिरमौरी नौवाँ नियम2 पवित्र आत्मा मुं पांदी ओऊवा; “मोऐं स्वर्ग दा ऐक सिंहासन औरौ सिंहासन पांदी कोसी खै बौठेयौंदा दैखा।” Faic an caibideil |
तेष्णीं ही मुँऐं बादी संईसारी-स्वर्गो दी, ईयों धर्ती थाँई पताल़ो दी, संमुन्द्रो अरह् तिन्दी बंसी अंदी बादी सिर्जी-बंणाई अंदी चींजो दी, अरह् सब-कुछ जुण्जो किऐ तिन्दो असो, तिनू ऐजो बुल्दे शुँणों: “छ़ैल्टे का अरह् सिंगाँस्हणों गाशी बईठा अंदा असो, स्त्तुति, आदर, बड़ियाऐ, अरह् हंक-अधिकार, सदा-सदा हंदा रंह्!”