2 तीमुथियुस 4:5 - Sirmouri5 परह् तू बादी बातो दा च़ौक्क्ष रूऐ, दु:ख संऐ पाऐ, अरह् खुषख्बरी का प्रचार के काँम-काज़ करे, अरह् जुण्जी सेवा ताँव कैई देऐ थऐ, तियों सेवा तू पुरी करे। Faic an caibideilसिरमौरी नौवाँ नियम5 पौरौ तू शान्तै शै रो, चाहै ताखै किछै बै हौए जांव औरौ चाहै इथमुंजी कैतरै बै दुख हौलै ताखै सुसमाचार बौताणौ कारिए कड़ी मैहनत कौरणी चैंई। औरौ पौरमेशवर का सेवक हौणै कै नातै ताखै सैजै सौबै काम कौरणै चैंई जू प्रभुए ताखै दैय राए। Faic an caibideil |
(हाँव ईथे ऐक अनाँणों लिख्णों चहाँऊ, के आदमी के बैटे के आँवणीं केष्णी हंदे) ऐक आदमी थिया, से ओकी देशो प्रदेश खे ज़ादा लागा थिया, तबे तिन्ऐ जाँदी बई आप्णो घर छुड़ी दितो, अरह् तेथू तिन्ऐ आप्णें दास के अधीन करी दिता: अरह् ऐकी नाँम खे तेस्की टअल संम्झाऐ दिती, अरह् देऊँल़ी के जगवाल़े खे बीऊँजी रंहणों के अज्ञाँ दिती।
आप्णे अगुऐ के अज्ञाँ माँनों, अरह् तिनके बष दे रंह्, किन्देंखे के से तिनके जैष्णें तुवाँरे पराँणों खे बीऊँजी रंह्, जैष्णें के तिनकी ताँईऐं जिनू आप्णा लेखा-ज़ोखा देणा पड़ो, तिनकी अज्ञाँ माँनों जिन्दे लई तिनखे आँनन्द-खुशी भेटो, ऐशो ने के से तिनखे बोझ़ बंणों। किन्देंखे के तिन्दे लई तुँवारी किऐ भलाऐ ने हंदी।