1 तीमुथियुस 6:2 - Sirmouri2 अरह् जिनके माँलिक बिश्वाषी असो, से भे आप्णें माँलिक के बैस्त्ती ने करह्; के ऐबे तअ मेरा माँलिक भे मुँह जेष्णाँ बिश्वाषी असो, परह् से ऐबे तअ तिनकी सेंवा हंजों भे बैगेही मंन लाऐयों करह्; किन्देंखे के तिन्ऐं जियों सेवा का फ़ाऐदा लंऐ लुवा, से आपु मुँझ़ी बिश्वाषी अरह् प्यारे साथी असो, ईनही बातो का तिनखे भाष्ण देऐया करह्, अरह् तिनू संहम्झ़ाँदा रंह्। Faic an caibideilसिरमौरी नौवाँ नियम2 औरौ जिनकै मालिक बिशवाशी औसौ, सैजै गुलाम आपणै मालिको का आदर कौरौ, इनु सै मसीह दै भाई सौमझौ, पौरौ हौजौ आछै तरीकै शै तिनकै सेवा कौरणै चैंई, जिथुकै तिनकै काम का फायदा उठाणौ वाल़ै बिशवाशी औसौ जिनु सै मसीह दै भाई जैशणै प्यार कौरौ तू इनु बातौ कै शिक्षा औरौ उपदैश दैया कौर। Faic an caibideil |