1 तीमुथियुस 1:5 - Sirmouri5 अज्ञाँ का मंतल्व ऐजा असो, के शुद्ध मंन अरह् आछे बरताव, अरह् बिना कऊँट्ल़े बिश्वाषों लई प्यार पय्दा हों। Faic an caibideilसिरमौरी नौवाँ नियम5 तुऔं आज्ञा दैणौ का मैरा मकसद ऐजा औसौ कै तुऐं ऐकी दुजैआरी साची मन शै औरौ आछै विवेक औरौ निष्कपट बिशवाश कै साथै प्यार कौरौ। Faic an caibideil |