5 तब स्वर्गदूत ले धूपदान लीछ, और ऊस वेदी का मलिमें जलीना का आगाले भर दीछ और धरती में डाल दीछ्य; और बिजली की गर्जना की आवाज और चाल चंमकूल और भूचाल हुन लाग्यान।
जब उनेरि प्रार्थना खतम हो गै, तो उ जाग जाँ उन जाम छ्या, उ जाग हिलून लागछी, और उन सब पवित्र आत्मा ले भरग्या, और उन परमेश्वरको बचन निडर हो भेरन लोगून सुणून लाग्यान।
उई बखत यरूशलम शैहर में एक भौत ठूलो भूचाल आछ, और शैहर में घरून को दसवाँ हिस्सा खिती ग्यो; और उ भूचाल ले सात हजार लोग मरि ग्या, और जो लोग बच गैछ्या उन डरले रून लाग्यान और उ परमेश्वरै की महिमा करून लाग्यान जो स्वर्ग में छै।
और परमेश्वरो को जो मन्दिर स्वर्ग में छै, उ खोलि ग्योछ, और उक मन्दिर में वाचा को सन्दूक दिखाई दीछ; और उई बखत चाल चमकछ्य और गर्जन और भूचाल हुन मरैछ्या, और आकाश भटे ठूल-ठूलो मारो पड़छ्य।
जब मेम्ना ले छठवीं मुहर खोलछ्य, त मैंले देखछ्य कि एक भौत ठूलो भूचाल भ्योछ; सूर्य को रंग कालो कामोलो जसो कालो रंग में बदल ग्यो और पुर चंद्रमा को रंग खून को जसो लाल हो ग्यो।
फिर वाँ भटे एक और स्वर्गदूत सुना को धूपदान लीभेरन आछ, और वेदी का पास ठाड़ो हो ग्यो; और उ स्वर्गदूत स सब पवित्र लोगून की प्रार्थनान का दगाड़ जलून खिन भौत धूप दीई ग्योछ। उले धूप स और प्रार्थनान उ धूप की वेदी का मलिमें जला दीछ, जो परमेश्वरा का सिंहासना का सामुनि छी।