11 और सब स्वर्गदूत, उ सिंहासन का, प्राचीनों का, और चार जीवित प्राणिन का चारू तरफ ठाड़ छ्या। फिर उनूनले सिंहासना का तरफ झुकभेरन परमेश्वर की अराधना करछ्य, और उनूनले क्योछ,
तब यीशु ले उथैं क्योछ, “हे शैतान मैं है दूर हो जा, क्याखिनकि पवित्र-शास्त्र में लिखीना को छै ‘तैं केवल अपून प्रभु परमेश्वर स झुकभेरन आदर कर, और केवल उकी भक्ति कर।’”
“हे प्रभु, सब लोगून का द्वारा तेरो आदर करि जाछो, और तेरो नामको सम्मान करनान, क्याखिनकि केवल तैंई पवित्र परमेश्वर छै। हरेक जाति का सब लोग त्यारा पास उनान, और उन तेरि अराधना करनान। क्याखिनकि तेरो न्याय का काम सबून निकीकैं याद छै।”
लेकिन उले मैंथैं क्योछ, “देख इसो जन कर; किलैकी मैं तेरो और त्यारा भाई परमेश्वरो को संदेश दिनवाला और यो किताब का बातुन मान्यावालान को दगड़िया दास छूँ परमेश्वरै की अराधना करा।”
उ सिंहासना का सामुनि एक फर्श छ्यो जो समुन्द्रो को जसो चौड़ो और काँच जसो साफ छयो। और उ ठूलो सिंहासन उन सबून का बिल्कुल बीच में छ्यो, और उक चारू तरफ मैंले चार प्राणी देख्यान, जिनारा आंग पुर तरीका ले आँखान ले ढकीना का छ्या।
और चारू प्राणिन का छः-छः पंख छन, और उनार आंग में चारू तरफ आँखा छ्या, याँ तक कि उनार पंखून का भितर ले आँखा छ्या और उन रात-दिन बिना आराम करिना का यो कुनै रूनान, “पवित्र, पवित्र, पवित्र प्रभु सर्वशक्तिमान परमेश्वर! और उ उई परमेश्वर छै जो हमेशा भटे छयो और ऐल तक जो ऊँनवाला छै।”