“फिर यीशु ले अपून शिष्यून थैं क्योछ, जब मैं आदिमी को च्योलो वापस उलो, तब स्वर्ग को राज्य उन दस कुँवारी सामान होलो, जो अपून मशाल लीभेरन ब्योला का ब्या में खुशी मनून खिन ग्यान।
मैंले त तुमून पानि ले पापून को पश्चताप करून खिन बपतिस्मा दी छूँ, लेकिन जो म्यारा बाद उनवालो छै, उ मैं है महान छै। और मैं इसो लाकारी को ले नाहातिनू कि उको सेवक बनभेरन उको जूताका खोलि सकू लेकिन मैंले त तुमून पानि को बपतिस्मा दीछ, लेकिन उ तुमून पवित्र आत्मा और आगा ले बपतिस्मा द्यालो।
मैं, यहूना, यो चिठ्ठी उन सातों विश्वासीन की मण्डलीन खिन लिखून मरैयू जो आसिया प्रदेश में छन। मैं प्रार्थना करछूँ कि तुमून परमेश्वरै की तरफ भटे अनुग्रह और शान्ति मिलो, और उ उई परमेश्वर छै जो छै जो हमेशा छ्यो और जो ऊँनवालो छै। और उन सात आत्मान का तरफ भटे, जो परमेश्वरा का सिंहासन का सामुनि छन।
और परमेश्वरो को जो मन्दिर स्वर्ग में छै, उ खोलि ग्योछ, और उक मन्दिर में वाचा को सन्दूक दिखाई दीछ; और उई बखत चाल चमकछ्य और गर्जन और भूचाल हुन मरैछ्या, और आकाश भटे ठूल-ठूलो मारो पड़छ्य।
सरदीस शैहरा का विश्वासीन की मण्डली का स्वर्गदूत स लिख “मैं उई छू जैका पास परमेश्वरै की सात आत्मा और सात तारा छन, उ यो कुंछो कि मैं जाणछूँ कि तै कि करछै, तै कसी मेहनत करछै और कभै हार नै माननै, तै विश्वासयोग्य त छै, लेकिन सच्ची में तै मेरि बात नै करनै।”
तब मैंले एक मेम्ना स देखछ्य जो सिंहासन और चार ज्यून प्राणिन और चौबीस प्राचीनून का बीच में ठाड़ छ्या। मेम्ना का शरीर में इसा चिन्न छ्या कि ऊस पैलि मारिना को छ्यो; उक सात सींग और सात आँखा छ्या; इन परमेश्वरे की सात आत्मा छन, जो सारी धरती में भेजिना की छन।
तब स्वर्गदूत ले धूपदान लीछ, और ऊस वेदी का मलिमें जलीना का आगाले भर दीछ और धरती में डाल दीछ्य; और बिजली की गर्जना की आवाज और चाल चंमकूल और भूचाल हुन लाग्यान।