8 मन्दिर परमेश्वरै की महिमा और उकी सामर्थ ले उनवाला धुआँ भरीग्यो, तब तक कोई ले मन्दिर में नै जा सक्यो जब तक कि उन सात बिपत्ति खत्म नै हो ग्या जिनून सात स्वर्गदूत ल्याईना का छ्या।
और प्रभु उनून अपूना पास भटे भ्यार कर द्योलो और उनून अपूनी महानता में अपूनी शक्ति को अनुभव करून को हुकुम नी द्योलो, और उ उनून अनन्त विनाश का द्वारा सजा पाला।
येक बाद फिर मैंले स्वर्ग में एक और अलग चिन देखछ्य जो कि भौत अद्धभुत और भौत डरूनो वालो छ्यो। वाँ सात स्वर्गदूत छ्या जो सात अलग-अलग तरीका का बिपत्ति लीईना का छ्या। उन आखिरी बिपत्ति छन, क्याखिनकि जब उन खत्म हो ज्याला तब परमेश्वरोको गुस्सा खत्म हो जालो।
परमेश्वरा का तरफ भटे मिलून वालो तेज उज्याला ले नय्या शैहर चमकून मर्यो छ्यो, और को उज्यालो भौत कीमती ढ़ुगो, मतलब यशब नामक कीमती ढ़ुगा की नियाती चमकून मरेछी और काँचाक नियाती साफ छ्यो।