मैं यो चिठ्ठी परमेश्वरा का विश्वासीन की मण्डली खिन भेजूनमरयूँ, जो कुरिन्थुस शैहर में छै, मतलब की उन लोगून जिनून परमेश्वरेले अपून लोग हुन खिन यीशु मसीहक दगाड़ एक करभेरन अलग करिना को छै और पवित्र लोग हुन खिन बुलाछ; और उन सबून का नाम ले जो हर जाग हमार और अपून प्रभु यीशु मसीहक नामले प्रार्थना करनान।
म्योरो दगड़िया तीतुस, जो एक यूनानी छै, उको कभै खतना नी होईना को छ्यो। लेकिन यरूशलम शैहरा का विश्वासीन की मण्डली का अगुवान ले ऊस स्वीकार कर लीछ। उनूनले ऊस खतना करून खिन मजबूर नै कर्यो।
मैं पौलुस, परमेश्वरे की इच्छाक अनुसार यीशु मसीहक प्रेरित छूँ। मैं यो चिठ्ठी इफिसुस शैहर में यीशु में विश्वास करूनवाला परमेश्वरा का लोगून खिन लिखूनमर्यू।
मैं पौलुस और तीमुथियुस जो यीशु मसीह का सेवक छा। हम यो चिठ्ठी परमेश्वरा का उन लोगून और अगुवान और सेवकून का नाम लिखूनमर्या जो यीशु मसीहा में होभेरन फिलिप्पी शैहर में रूनान।