तब पौलुसले क्योछ, “परमेश्वरथैं मेरि प्रार्थना यो छै, कि जल्दी ले याँ देर ले, केवल तैंई नै, पर जदुक लोग आज मेरि बात सुणनान, म्यारा यो कैद स छोड़िभेरन, उन म्यारा समान मसीह विश्वासी बन जूंन।”
तीन दिनाक बाद उले यहूदीन का खास लोगून बुलाछ, और जब उन जॉम भ्यान, तब उले उनूथैं क्योछ, “हे भाईयो, मैले अपून लोगून या पुरखानका रीति-रिवाज का खिलाफ के नै कर्यो, फिरले मैंस यरूशलम शैहर भटे बन्दी बनाभेरन रोमी सरकार हात सौंपी ग्यो।”
येक कारण मैले तुमून याँ बुलाछ, कि मैं तुमार दगाड़ मिलभेरन बात-चीत करूँ; क्याखिनकि यीशु इस्राएली लोगून की उ आश छै, जै कारण ले मैं यो जंजीर ले जकड़ीना को छूँ।
येक कारण मैं जो प्रभु यीशु मसीह की सेवा करना का कारण जेल में छूँ तुमूनथैं विनती करछूँ कि जो बुलाहटाक दगाड़ परमेश्वर ले तुमून अपूनी सन्तान हुन खिन बुला रैछ, उक अनुसार अपूनी जीन्दगी जीया,
येक कारण मैं जंजीरून में जकड़ीना को राजदूत का नियाती सेवा करछूँ। प्रार्थना करा कि, जसा तरीका ले मैंस बोलून चैछो, उसीकैं मैं हिम्मत का दगाड़ सुसमाचार को प्रचार कर सकूँ।
और तुमून ऊसोई दुख उठून ले छै जसो तुमूले मैंस उठून ले देख रैछ, जब मैं तुमार दगाड़ फिलिप्पी शैहर में छ्यूँ, और जिन दुखून का बारिमें तुम सुणछा जो मैंस जेल में ऐल ले छन।
तुम सबून का बारिमें मेरि यो राई ठीक छै, क्याखिनकि मैं तुमून भौत प्रेम करछूँ, और मैं या जेल में छूँ, और सुसमाचार की सच्चाई ले जबाब दीन खिन और सच्च साबित करून खिन तुम सब म्यारा दगाड़ परमेश्वरा का अनुग्रह में सहभागी छा।