3 मैं प्रार्थना करछूँ, पिता परमेश्वर, और उनोरो च्योलो यीशु मसीह का अनुग्रह, दया और शान्ति हमार दगाड़ बनिनाकी रौ, जो सच्चाई स मान्नान और एक दुसराथैं प्रेम करनान।
मैं यो चिठ्ठी रोम शैहर में रून वाला उन सब लोगून खिन लिखूनमर्यू, जो परमेश्वरा का प्रिय छन, और जिनून परमेश्वरे ले अपून लोग हुनखिन चुनिनाक छन, हमार पिता परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह में तुमून अनुग्रह और शान्ति मिलनै रौ।
अगर तुम मसीह यीशु का शिष्य छा त यो बात ले कोई फरक नै पड़नो कि तुमोरो खतना होईना को छी या नाहातिन। लेकिन जरूरी बात यो छै, कि हम मसीह में विश्वास करनू, और हम परमेश्वर और दुसारा लोगून का प्रति प्रेम राखनू।
तीमुथियुस मैं यो चिठ्ठी तैंस लिखूनमरयूँ। तैं म्यारा अपून च्याला नियाती छै क्याखिनकि तैले मसीह में विश्वास करछै जसीकैं मैं करछूँ। मैं प्रार्थना करछूँ कि पिता परमेश्वर और हमोरो प्रभु यीशु मसीह तैंस अनुग्रह और दया, और शान्ति दीनै रून।
हमोरो प्रेम परमेश्वर खिन सच्चो नाहातिन, लेकिन परमेश्वरो को प्रेम हमून खिन सच्चो छै। येक कारण परमेश्वर हमार पापून की माफी खिन अपून च्याला स बलिदान हुन खिन भेजछ्य।
मैं यहूना, विश्वासीन को अगुवा यो चिठ्ठी स्यैनिमैंसी स और उक नान्तिना का नाम लिखूनमरयूँ, जैस परमेश्वर ले चुन रैछ। मैं सच्ची में तुमूनथैं प्रेम करछूँ, और मैंई नै; बल्कि उन सब ले तुमूनथैं प्रेम करनान, जो परमेश्वरा का सच्चाई में विश्वास करनान।