येक कारण हे प्रिय दगड़ियो, तुम अपूनो ध्यान उन बातुन में लगा, जो-जो बात सच्ची, आदरणीय, भलि पवित्र, निकी, और मन स भान वाली, जो बड़िया और तारीफ की बात छन और तुमारा उन बातुन में लाग रून।
इसीकैं ब्यवहार कर की कोई तेरो अनादर नै करौ, लेकिन तैंस अपून बोल-चाल में, निका ब्यवहार का दगाड़, प्रेम ले, मसीह का विश्वासा का दगाड़, पवित्रता को जीवन जीना का द्वारा विश्वासी लोगून खिन आदर्श बनूनो चैछो।
कोई ले स्याना आदिमीस अपमान का इरादा ले जन डाँटा, लेकिन उक दगाड़ आदर ले बर्ताव कर जसीकैं की उ तेरो बबा हो। और जो त्यारा है नाना उमरा का छन उनार दगाड़ अपून भाई का नियाती बर्ताव कर।
उन बुरा चीजून है अपूनास दूर राख जिनून जवान लोग करून चानान और जो साफ मन ले प्रभु की अराधना करनान, उनार दगाड़ धार्मिकता, विश्वास, प्रेम और शान्ति ले मेल-जोल बनाभेरन राँख।