मैं पौलुस और तीमुथियुस जो यीशु मसीह का सेवक छा। हम यो चिठ्ठी परमेश्वरा का उन लोगून और अगुवान और सेवकून का नाम लिखूनमर्या जो यीशु मसीहा में होभेरन फिलिप्पी शैहर में रूनान।
येक कारण यो जरूरी छै, कि विश्वासीन को मुख्य अगुवान निर्दोष, और अपून घरवाली का प्रति वफादार, हर हालात में अपून आप में काबू करून वालो, शान्त स्वभाव वालो, इज्जतदार, धीरजवंत, मेहमानून की इज्जत करून वालो, और परमेश्वरा का बचनून निकीकैं सिखूनवालो हो।