और यो संसाराक लोगून का नियाती जन बना, लेकिन तुमार मनाका पुर बदल जाना ले तुमोरो चाल-चलन ले बदलतनै जौ, कि जेलै तुम परमेश्वर की निकी और ग्रहणयोग्य, और सिद्ध इच्छाकी खोज करनै रौ।
क्याखिनकि मैं जाणछूँ, कि मैंमें मतलब म्यारा पापी स्वभाव में कोई ले निकी चीज वास नै करनी, निका काम करून खिन इच्छा त मैंमें छै लेकिन उ मैंमें नै हो पानि।
त क्या येक मतलब यो छै कि मूसा का नियम-कानून परमेश्वरा का वादान का खिलाफ छनी? नै! बिल्कुल नै। क्याखिनकि अगर मूसा का नियम-कानून हमून अनन्त जीवन दी सकनान, त हम येको पालन करभेरन परमेश्वरा का दगाड़ सही ठैहराई जा सकछ्या।