मैं यो चिठ्ठी रोम शैहर में रून वाला उन सब लोगून खिन लिखूनमर्यू, जो परमेश्वरा का प्रिय छन, और जिनून परमेश्वरे ले अपून लोग हुनखिन चुनिनाक छन, हमार पिता परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह में तुमून अनुग्रह और शान्ति मिलनै रौ।
मैं यो चिठ्ठी परमेश्वरा का विश्वासीन की मण्डली खिन भेजूनमरयूँ, जो कुरिन्थुस शैहर में छै, मतलब की उन लोगून जिनून परमेश्वरेले अपून लोग हुन खिन यीशु मसीहक दगाड़ एक करभेरन अलग करिना को छै और पवित्र लोग हुन खिन बुलाछ; और उन सबून का नाम ले जो हर जाग हमार और अपून प्रभु यीशु मसीहक नामले प्रार्थना करनान।
येक कारण मैं जो प्रभु यीशु मसीह की सेवा करना का कारण जेल में छूँ तुमूनथैं विनती करछूँ कि जो बुलाहटाक दगाड़ परमेश्वर ले तुमून अपूनी सन्तान हुन खिन बुला रैछ, उक अनुसार अपूनी जीन्दगी जीया,
उन अब बुरा कामून करून खिन अपूनास दोषी नै मानना, येक कारण उनूनले खुद स बुरा काम करून खिन दी रैछ। उन लगातार हर तरीका ब्यवहार करनान, और उन कभै ले इन चीजून छोड़ू नै चाना।
परमेश्वरे ले हमोरो उद्धार करछ्य, और हमून पवित्र जीवन जीन खिन बुलाछ। उले हमून येक कारण नै चुनियो की हमूले भल काम कर्यान, लेकिन अपून मक्शद और उ अनुग्रह का कारण बुलाछ, जैकी योजना परमेश्वरे ले पैलि भटे यीशु मसीह स यो संसार में भेजना का द्वारा बनाईना की छी।
परमेश्वर सब दुष्ट लोगून सजा द्योलो, लेकिन उ उन झूठ्ठा शिक्षकून जरूर सजा द्योलो जो अपून बुरा इच्छान का अनुसार काम करनान और जो अपून मलि में परमेश्वरो को अधिकार स अस्वीकार करनान। उन ढीठ और घमंडी छन। उन महिमामय स्वर्गदूतून का बारिमें बुरा बोलना ले नै डरनान।