गयुस जैका दगाड़ में रून मरयूँ उले तुमून नमस्कार कुनमर्योछ। पुर विश्वासीन की मण्डली याँ उनार घर में मिलछी। इरास्तुस जो यो शैहरो को भंडारी छै तुमून नमस्कार दीछो।
येक कारण यो जरूरी छै, कि विश्वासीन को मुख्य अगुवान निर्दोष, और अपून घरवाली का प्रति वफादार, हर हालात में अपून आप में काबू करून वालो, शान्त स्वभाव वालो, इज्जतदार, धीरजवंत, मेहमानून की इज्जत करून वालो, और परमेश्वरा का बचनून निकीकैं सिखूनवालो हो।
और घर में आईना का मेहमानून की इज्जत करून वालो, दुसारा लोगून खिन भलाई करून वालो, हर हालात में अपून में काबू राखून वालो, सच्चो न्याय करून वालो, धर्मी, और पवित्र जीवन जीन वालो, अपूनी इच्छान में काबू करून वालो हुन चैछो।