1 तढ़िया पता मेईं धरती चोहरो कुणी चोउर स्वर्गेदूत खड़ खड़ बिशो काए। तेन्हि धरती चोहरो कनारी ब्यार रोक रखो थी, ताकि धरती, समन्दर या केसे बि बुटे पुठ ब्यार ना लगे।
से रेशमि बोडी अवाज जोई अपु दूत लंघान्ता कि अम्बरे यक कुणे केआं होर कुणे तकर त पूरे धरती परमेश्वरे चुणो तेन्हि किठे करे।”
तेस टेम से स्वर्गेदूती लंघाई कइ, धरती इस पार केआं अम्बरे ओस पार तकर, चोहरो कनारे अपु चुणो मेह्णु कठे कता।”
तोउं से धरती हर कना बसो तेन्हि जाति मतलब गोग त मागोग भरमाई कइ युद्ध करणे लिए कठेरण जे घेन्ता, जे समन्दरे रेते ईं अणगिणत असे।
तोउं मेईं तेन्हि चोहरोई जीवी के बुचा यक अवाज ईं बोती शुणी, “यक भयंकर ईं अकाल लंघाण दिए, कि सेर भइ गिहुंए आटे कीमत यक रोजे धिहाड़ी भुओ लौती, त तिहांणि टाई सेर जोउवे आटा मेओ लौता। पर जैतुने त दछि बगी के कोई नुकसान ना करण।”
“जपल तकर अस अपु परमेश्वरे सेवकी के मगरी पुठ मुहर ना लाऊं, तपल तकर तुसी धरती, समन्दरे त बुटी के नुकसान ना करण।”
पेहले स्वर्गेदूते रेशमि फुक दिती, त लहु मिओ शरवाठे त आग निथि। से धरती पुठ फटाई छड़ी त धरती टाई हेस्सा टड़ गे, होर टाई हेस्सा बुटे बि टड़ गे, त सोब नीलु नीलु घास बि टड़ गोउ।
तेन अवाज रेशमि टाओ छटे स्वर्गेदूत जे बोलु, “तेन्हि चोहरोई स्वर्गेदूती खोल छड़े, जे यूफ्रातेस नओएं बोडा दरेउए भेएड़ बन्हो असे।”
तेन्हि जे बोलु कि ना धरती पुठि घास, ना कोई निलियार, त ना केस बुटी के कोई नुकसान करण। सद तेन्हि मेह्णु के नुकसान करण, जेन्के मगरी पुठ परमेश्वरे मुहर नेईं लगो।