6 होर जे परमेश्वर जुग जुग जीन्ता असा, त जेन स्वर्ग त जे किछ तेस अन्तर असु, होर धरती त जे किछ तेस पुठ असु, होर समन्दर त जे किछ तेस अन्तर असु बड़ाओ असु, तसे सोहो कर कइ बोलु, “अब हउ चेरे ना लगतु।
इस बझई जोई ए पूरा स्वर्ग त तठि बिशणे बाड़िओ, खुशी मनाए। पर ए धरती त समन्दर! तुं खेया खाट भोई घेन्ता, किस कि शैतान सुआ लेहरी कइ तुसी केईं जे उन्निया एई गो असा, से जाणता कि तसे थोड़ा ईं टेम हउ रिहो असा।”