ए ट्यारेओ! हें प्रभु यीशु मसीहे प्रतिनिधि भुणे खातिर अउं तुसी जे हथ जोड़ कइ बोता कि छने, सोबी अणबण केआं दूर रेह त यकी होरी जुए राड़-मीड़ कइ बिशे। तुं सम्हाई के मन त ध्यान यकजूट भो लौता।
तोउं त, अगर जिसमे कोई यक अंग कष्ट अन्तर भोल त जिसमे सम्हाई अंगी बि तस जुए कष्ट लगता। होर अगर जिसमे कोई यक अंगे खरी सेवा भुन्ति त होरे सम्हाई अंग खुश भोई घेन्ते।
पर जे बुद्धि खड़ोरिया मेती पेहले त से शुची असी। से बुद्धि असी मिआणे बाड़ा, नरम मने बाड़ा, सुधी-बुद्धि बाड़ा, दाहोपरा, त खरे कम करणे बाड़ा बणान्ती। त तेस बुद्धि बेलि अस मेह्णु शकल हेर कइ कम ना कते, होर ना छल कपट कते।
सच्ची, अस तेन्हि जे धन्य बोते, जे धीरज रख कइ सीढ़ते। तुसी अय्यूबे लाह रखणे बारे त शुणो भोल। तोउं प्रभु कनारा जे फल मेईंया तसे बारे बि जाण गो भोल, जेसे बेलि प्रभु परेम त दाह केती।
इहांणि, ए जवानों! तुस बि सतसंगे स्याणी के वश अन्तर बिशे। पर तुस सोब के सोब होरी केईआं अपफ जे घट समझे, किस कि धरमे कताब अन्तर लिखो असु कि “परमेश्वर घमण्डी के विरोध कता। पर जे अपफ जे घट समझते, तेन्हि पुठ दाह दया कता।”