10 किस धरमे कताब अन्तर लिखो असु कि “जे कोउं खुशी जुए जिन्दगी जीणे इच्छा रखता, त खरे दन हेरण चहन्ता, तेस अपु जिभुड़ बुराई केईआं, होर, अपु मुंह कपटी बोके करण केआं रोक रखण एन्ते।
यीशु तेस जे बोलु, “तु मोउं केआं खराई बारे किस पुछता? खरु त यके असु। पर अगर तु अमर जीवन पाण चहन्ता, त निआंग मनीण दे।”
किस कि जे कोउं अपु प्राण बचाण चहन्ता से अपु प्राण गवाई छता, पर जे कोउं में त खुश खबरी लिए अपु प्राण देन्ता, से अमर जीवन पान्ता।
जीं यीशु नथानयेल अपु कना जे एन्ता का त तसे बारे बोलु, “ई भो यक सच्चा इस्राएली जाति मेह्णु, जेस अन्तर कोई दुरबुध नेईं।”
जेन्हि अपु जान मोउं केआं बि ज्यादी ट्यारी असी, त से तस गड़ाई छते, त जे में बझई जुए अपु जान रशुणी कते, से अमर जीवन लिए तस सम्हाड़ी रखते।
अगर कोउं अपफ जे बोडा धर्मी बोता, पर अपु जिभुड़ पाठ न रखता त से अपफ धोखा देन्ता, होर तसे धरमे कम बेकार असे।
तोउं त, सोब किस्मी बैर, छल कपट, बेईमानी त जड़ुण, त हर किस्मी गुरहाज छड़ दिए।
“न त तेन कोई पाप किआ, होर न कोई छल कपटे बोक की।”
होर तेन्हि अन्तर कोई झूठा ना मेईंए, किस कि से नरदोष असे।