रोमियो 3:20 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान20 किल्हैकि बधाने साबै कामां करै निं कोहै बी मणछ धर्मीं हई सकदअ, इहअ करै कि मुसा गूरै लिखअ द बधान करा एसा गल्ला हाम्हां लै प्रगट कि हाम्हैं आसा पापी। (भज़न 143:2) Faic an caibideilकुल्वी20 किबैकि बिधाना बै मनणै न कोई भी प्राणी परमेश्वरा सामनै धर्मी नी ठहरिणा, किबैकि मूसै रा बिधान आसाबै रिहा सा कि आसै पापी सी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम20 किबेकि व्यवस्था रे कामा में कोहे प्राणी तेऊ जैहं धर्मी नांई ठहरणा, किबेकि व्यवस्था रे साबे पापा री पछैण हुंदा। Faic an caibideil |
ज़ेभै हुंह पाप करनअ च़ाहा त, हुंह समझ़ा त इहअ कि मुंह भेटणीं सदा रहणैं आल़ी ज़िन्दगी ज़ै हुंह बधाने सोभी गल्ला मंदअ। पर मेरी अह सोठ ती गलत। हुंह समझ़ा त इहअ कि हुंह सका पाप करनअ और बधान दुहै एकी बारी करी। असली दी त लाअ द हुंह सदा लै आप्पू का दूर करी किल्हैकि हुंह निं बधाने कोही गल्ला पूरी करी सकअ। (रोमी 7:8)
ज़ै हाम्हां का थोघ आसा कि मणछ बणां मसीहा ईशू दी विश्वास करी करै परमेशरा संघै धर्मीं, बधान मनी करै धर्मीं निं सह हंदअ। हाम्हैं किअ मसीहा ईशू दी विश्वास और तेता करै हुऐ हाम्हैं परमेशरा संघै धर्मीं, हाम्हैं निं बधान मनी करै धर्मीं हुऐ। कोहै निं बधाना मनी करै परमेशरा संघै धर्मीं हणअ।” (रोमी 3:20-22; फिलिप्पी 3:9)