रोमियो 12:2 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान2 एऊ संसारे लोगा ज़िहै निं बणां; थारै मना बदल़णैं संघै लोल़ी थारअ च़ाल च़लण इहअ ठीक हुअ ज़िहअ परमेशर च़ाहा। ताकि तम्हैं इहै काम करे ज़ुंण परमेशरा शोभा और ज़ुंण भलै और सिध्द आसा। Faic an caibideilकुल्वी2 होर ऐई दुनिया रै लोका सांही मता बणदै, पर तेसरी बुद्धि रै नोंऊँऐं होंणै री बजहा न तुसरा चाल-चलन भी बदलुआ लोड़ी, ज़ुणी बजहा न तुसा परमेश्वरै री भली होर शोभली होर सिद्ध इच्छा न पता लांदै रौहा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम2 एउ संसारा रे सदृश नांई बणे; पर थारे मना रे नउये हुणे का थारा चाल-चलन भी बदलू लोड़ी थी जासु का तमे परमेश्वर री भली होर भाऊण आली होर सिद्ध इच्छा का मालूम करदे रहे। Faic an caibideil |
तम्हां का लोल़ी थोघ हुअ कि परमेशरै तम्हैं बेकार बभारा का किहअ करै बच़ाऊऐ, ज़ुंण तम्हैं आपणैं पित्तरा का आसा शिखल़अ द। तेऊ निं तम्हैं सुन्नैं और च़ंदी ज़ेही बरैबाद हणैं आल़ी ज़ैदाता करै बच़ाऊऐ। पर परमेशरै बच़ाऊऐ तम्हैं मसीहे किम्मती लोहू करै ज़ुंण म्हारै पापा लै बल़ीदान हुअ। तेऊए मौत ती हाम्हां लै सिध्द और शुचअ बल़ीदान ज़िहअ यहूदी सिध्द मिम्मूं करा तै बल़ीदान ज़ेथ कोई दाग और दोश नां होए। (गलाती 1:4; भज़न 49:7-8; याशायाह 52:3)