रोमियो 1:23 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान23 और तिन्नैं पुज़ै अमर परमेशरे प्रतपा छ़ाडी खतम हणैं आल़ै मणछ, च़ेल्लू पखीरू, च़ऊ ज़ांघा हांढणै आल़ै और रिंगणैं आल़ै ज़ीबे मुर्तिए भगती। (बधान 4:15-19; भज़न 106:20) Faic an caibideilकुल्वी23 होर हमेशा ज़िन्दा रौहणु आल़ै परमेश्वरा री महिमा बै ज़ो नाशवान मांहणु होर च़ीड़ू, होर च़ार टाँगा आल़ै पशु, होर रेंगणु आल़ै पशु री मूर्ति रै बराबर बदलू। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम23 होर अविनाशी परमेश्वरा री महिमा वै नाशवान मणश, होर चेलू होर सारी पशु री मूर्ति री समानता में बदलू। Faic an caibideil |
बाकी मणछ, ज़ुंण तिन्नां माहा मरी करै नांईं मूंऐं, तिन्नैं निं आपणैं बूरै कामां का मन बदल़अ। तिन्नैं निं हत्या, ज़ादू टोणअ, कंज़रैई, च़ोरी करनी छ़ाडी। तिन्नैं निं भूत और तिन्नां च़िज़े भगती और पूज़ा करनी छ़ाडी ज़ुंण तिन्नैं आपणैं हाथा करै आसा बणांईं दी, ज़िहै कि सुन्नैं, च़ंदी, पितल़, पात्थर और काठा करै बणीं मुर्ति ज़ुंण नां भाल़ी सकदी और नां शूणीं और नां हांढी सकदी। (2 इतिहास 34:25)