प्रकाशितवाक्य 7:13 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान13 एता लै पुछ़अ मुखा सैणैं मांझ़ै एकी इहअ, “ताखा थोघ बी आसा कि ईंयां शेतै झिकल़ै बान्हैं दै कुंण आसा और किधा का आसा आऐ दै?” Faic an caibideilकुल्वी13 एथा पैंधै स्याणै न एकियै मुँभै बोलू, “ऐ शेतै झिकड़ै लाइया कुणा सी? होर कौखै न आऐ सी?” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम13 एता पेन्दे प्राचीनो मेंज़ा का एकी महा बे बोलू, यह शेते झिकड़े आलअ कुण साहा होर कंधा का आओ दअ साहा? Faic an caibideil |
“पर हाँ, सरदीस नगरी दी आसा ताह सेटा थोल़ै इहै विश्वासी बी ज़ुंणी आझ़ तैणीं कोई गलत काम निं किअ। अह आसा एता ज़िहअ कि तिन्नैं निं आपणैं झिकल़ै दी छ़ोत लाई। इहअ करै आसा तिंयां मुंह संघै रहणैं जोगी, तिंयां रहणैं मुंह ई संघै और हर गल्ला दी हणैं तिंयां तिन्नां लोगा ज़िहै शुचै ज़ुंणी शेतै झिकल़ै आसा बान्हैं दै।