प्रकाशितवाक्य 4:1 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान1 इना गल्ला भाल़णैं का बाद शुझुअ मुखा स्वर्गै एक घुआल़ी दुआर। तेखअ शूणअ मंऐं कि मुल्है आसा कुंण बोलदअ लागअ द और सह आसा त सह ई ज़ुंणी मुंह संघै पैहलै गल्ला की ती और ज़सरै बोल नादा ज़िहै तै। तेखअ बोलअ तेऊ मुल्है, “उझै एछ इधा लै, और मुंह रहैऊंणीं ताखा तिंयां गल्ला, ज़ुंण आजू पाक्कै दी हणीं।” (प्रगट की दी गल्ला 22:6) Faic an caibideilकुल्वी1 इन्हां गैला बै हेरनै न बाद मैं स्वर्गा न एक दुआर खुलूआदा हेरू; होर ज़ुणिबै मैं पैहली तुरही री आवाज़ा सांही आपु सैंघै गैला केरदा शुणू ती, सौ ऐ बोला सा कि, “मूँ हागै औखै ऊझै एज़ होर मूँ ते गैला तौभै रिहाणी ज़ौसरा इन्हां गैला न बाद पूरा होंणा ज़रूरी सा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम1 या गला वाद, मांई जेबा नजर मारी की स्वर्गा में एक दुआर खुलूदअ साहा, होर जासु मांई पहिले तुरही रे शब्दा का आपु संघा गला करदे शूणी थी, होर आपु संघा गला करदे शूणी थी, सह बोला, अखा बै उझे ईछ होर महा त्या गला ताह बै रिहाऊंणी, जासका याह गला वाद पूरा हुणा जरुरी साहा। Faic an caibideil |
तेखअ बोलअ तेऊ स्वर्ग दूतै मुल्है इहअ, “ईंयां गल्ला ज़ुंण मंऐं ताखा रहैऊई और खोज़ी, ईंयां आसा शुची और ईंयां रहणीं हई। प्रभू परमेशर ज़ुंणी आपणीं आत्मां आपणैं सोभी गूरा लै दैनी, तेऊ ई किअ आपणैं स्वर्ग दूता लै हुकम कि सह इधी एछी करै तेऊए टैहलू का तिन्नां गल्ला रहैऊए ज़ुंण पाक्की आजू छ़ेकै आसा हणैं आल़ी।” (प्रगट की दी गल्ला 1:1)