प्रकाशितवाक्य 22:4 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान4 परमेशर भाल़णअ तिन्नां मुंहां सम्हनै और तिन्नें माथै हणअ तेऊओ नांअ लिखअ द। Faic an caibideilकुल्वी4 तिन्हां सौ आमनै-सामनै हेरना होर तेइरा नाँ तिन्हरै मौथै पैंधै लिखुआँदा होंणा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम4 त्याह तेऊरअ मुह हेरण होर तेऊरा ना त्याहरे माथे में लिखुदा हुणा। Faic an caibideil |
हाम्हैं विश्वासी बी आसा इहै ई, किल्हैकि हाम्हैं आसा इहै मणछा ज़िहै ज़ुंण आपणअ मुंह इहै शिशै दी भाल़ा ज़ेथ धुंमधुंमअ शुझिआ, किल्हैकि अज़ी निं हाम्हैं सोभै गल्ला राम्बल़ै करै समझ़दै। सिधअ आजू हेरनी हाम्हां सोभै गल्ला समझ़ी और तेभै भाल़णअ हाम्हां परमेशर आपणैं मुंहां सम्हनै। एभै आसा मेरअ ज्ञैन धूरअ। पर ज़ेभै सह धैल़ी एछणी, तेभै लागणअ मुखा तेऊए बारै राम्बल़ै करै थोघ ज़िहअ एभै परमेशरा का मेरै बारै आसा थोघ।
ज़ुंण ज़िते सह बणांणअ मुंह परमेशरे मांदरै एक थाम्ह, और सह निं भी कधि बागै निखल़णअ, और मुंह आपणैं परमेशरो नांअ और आपणैं परमेशरे नगरी पबित्र ज़ैगा, मतलब-नऊंऐं येरुशलेम मांदरो नांअ ज़ुंण मेरै परमेशरा सेटा स्वर्गा का एछणैं आल़अ आसा, आपणअ नऊंअ नांअ लिखणअ मुंह तेऊ दी। (प्रगट की दी गल्ला 21:2; याशायाह 65:15; यजकेल 48:35)