प्रकाशितवाक्य 21:10 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान10 परमेशरे आत्मां किअ हुंह आपणैं बशै और तेखअ निंयं हुंह स्वर्ग दूतै एकी उछ़टी धारा प्रैंदा लै और पबित्र नगरी येरुशलेम रहैऊई स्वर्गै परमेशरा सेटा का होथदी। Faic an caibideilकुल्वी10 फिरी पवित्र आत्मा री शक्ति रै ज़रियै, हांऊँ स्वर्गदूता री अगुवाई न एक बोहू उथड़ै ढौगा पैंधा बै नेऊ होर पवित्र नगर यरूश्लेम शैहर परमेश्वरा हागै न स्वर्गा न उतरदा रिहाऊ। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम10 तेहुकी तेऊ हाऊं आत्मा में एक बडे उचटे पहाडा सेटा नीऊ, होर तेऊ पवित्र नगर यरूशलेमा वै स्वर्गा का परमेश्वर ईनदअ हेरू। Faic an caibideil |
ज़ुंण ज़िते सह बणांणअ मुंह परमेशरे मांदरै एक थाम्ह, और सह निं भी कधि बागै निखल़णअ, और मुंह आपणैं परमेशरो नांअ और आपणैं परमेशरे नगरी पबित्र ज़ैगा, मतलब-नऊंऐं येरुशलेम मांदरो नांअ ज़ुंण मेरै परमेशरा सेटा स्वर्गा का एछणैं आल़अ आसा, आपणअ नऊंअ नांअ लिखणअ मुंह तेऊ दी। (प्रगट की दी गल्ला 21:2; याशायाह 65:15; यजकेल 48:35)