प्रकाशितवाक्य 2:4 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान4 “पर मुखा शुझुई ताह दी एही गलती कि तंऐं छ़ाडअ मुखा पैहलै ज़ेही झ़ूरी करनी। Faic an caibideilकुल्वी4 पर मुँभै तेरै खिलाफ़ ऐ शिकायत सा कि तुसै ऐबै मूँ सैंघै तैण्ढी झ़ुरी नी केरदै ज़ैण्ढै शुरुआती न केरा ती। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम4 पर महा तेरे बिरोधा में यह बोलणाा की ताए आपणा पहिले जेहा प्रेम छाडू। Faic an caibideil |
“पर मुखा शुझुई ताह दी एही गलती कि ताह सेटा आसा कई इहै, तूह निं तिन्नां लोगा आप्पू का दूर करदी ज़ुंण बलाम गूरा ज़ेही झ़ुठी शिक्षा दैआ। बलाम गूरै किऐ तै बलाक राज़ै का बोली करै इस्राएली लोग पाप करना लै मज़बूर। तेऊ दैनी ती तिन्नां लै मुर्ति सेटा किऐ दै बल़ीदान की दी च़िज़ा खाणें शिक्षा और कंज़रैई दी ज़िऊंणां लै। (2 पतरस 2:15; गणांई 31:16)