प्रकाशितवाक्य 18:10 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान10 “तेसरी दाहे डरै मारै बोल़णअ तिन्नां दूर खल़्हुई करै इहअ, (यिर्मयाह 51:8-9) ‘हे बडी नगरी बाबेल, हे बडी नगरीऐ, भाल़ केही खरी पल़ी! ताल्है भाल़ केही खरी पल़ी! हेरा हेरी भेटी ताल्है परमेशरा का सज़ा।’ Faic an caibideilकुल्वी10 होर तेसरी पीड़ा न डौरिया दूर खड़ै होईया बोलणा, “ओ बड़ै नगर बैबीलोन! हे मजबूत नगर, हाय! हाय! घड़ी भरा न तौभै सज़ा मिली सा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम10 तेसरी दाहू रे डरा री बझा त्याह बखे दूर खडे होई करे त्याह बोलणा, बडे नगर, बेबीलोन! हे दृढ़ नगर, हाय! हाय! तेबा एकसा घड़ी में तेबा ताह दण्ड बेटदअ साहा। Faic an caibideil |