प्रकाशितवाक्य 14:6 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान6 तेखअ भाल़अ मंऐं एक होर स्वर्ग दूत सरगै उछ़टै दी डैऊंदअ लागअ द। तेऊ का आसा त पृथूई दी रहणैं आल़ी हर ज़ाती, खांनदान, भाषा और सोभी लोगा लै सदा लै खुशीओ समाद। Faic an caibideilकुल्वी6 फिरी मैं एक होर स्वर्गदूत सर्गै रै बिच़ा न ऊड़दा हेरू, ज़ौस हागै धौरती न रौहणु आल़ै री हर एक ज़ाति, कुल, भाषा होर लोका बै शुनाणै री तैंईंयैं हमेशा रा खुशी रा समाद ती। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम6 तेहुकी मांई एक होर स्वर्गदूत सरगा मेंझे का उड़दअ हेरू, जासु सेटा धरती में रहण आले रे एक जाति होर कूल होर भाषा, होर लोका वै शुणाउणे वै सनातन सुसमाचार थी। Faic an caibideil |
ईशू आसा म्हारी तैणीं, सह बच़ाऊआ हाम्हां और सह करा म्हारी एही हेर सभाल़ ज़िहअ एक फुआल आपणीं भेडे करा। म्हारै मनैं शांती दैणैं आल़ै परमेशरै किअ प्रभू ईशू मरी करै ज़िऊंदअ। इहअ करी करै की परमेशरै हाम्हां लै सदा रहणैं आल़ी करार मसीहे क्रूसा दी बहाऊऐ दै लोहू दी प्रगट। (युहन्ना 10:11; शधाणूं 2:24; रोमी 15:33)