प्रकाशितवाक्य 14:10 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान10 परमेशरा आसा तिन्नां लै भारी रोशै आई दी और तेऊओ रोश हणअ झ़रीलै अंगूर रसा ज़िहअ ज़ुंण तेऊ तिन्नां लै आपणीं लोहदी का झुटणा लै दैणअ। तिंयां पाणै पबित्र स्वर्ग दूते सम्हनै और मिम्मूं सम्हनै आगी और गंधका जैंदरी चाछल़दै। (याशायाह 51:17) Faic an caibideilकुल्वी10 ता सौ परमेश्वरा रै प्रकोपा री मदिरा ज़ो बिना मिलावटा रै तेइरै झ़िकै रै कटोरै न पाई सा, पीणी होर पवित्र स्वर्गदूतै रै सामनै होर मेमणै सामनै औगी होर गन्धकै री पीड़ा न पौड़ना। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम10 तेबा तेऊ परमेश्वरा रे प्रकोपा री मदिरा, जोह बिना मिलाबटा री तेऊरे रोषा रे कटोरे में पाई दी साहा तेऊ सह झूटणा, होर पवित्र स्वर्गदूता रे सामने, होर गाभु रे सामने आग होर गंधका री दाहु जीरदे हुणे। Faic an caibideil |
“ज़ै तम्हैं मुंह आपणअ प्रभू मनणै और मेरी शिक्षा मनणै का इहअ एसा डरै हुधिए कि एऊ ज़मानें पापी और कंज़रै लोगा करनअ थारअ सुहांग, तै हुधणअ तेभै मुंह मणछे शोहरू बी कि तम्हैं निं मेरै च़ेल्लै आथी ज़ेभै हुंह आपणैं पबित्र स्वर्ग दूता संघै पृथूई दी फिरी एछणअ। तेभै भाल़णअ सोभी मेरअ प्रतप ज़िहअ मेरै बाप्पूओ आसा।”
इस्राएली और स्वर्ग दूता ज़ेही करा एसा गल्ला बी आद कि तिन्नां लोगा संघै किज़ै हुअ ज़ुंण सदोम और अमोरा नगरी और तेता नेल़ होरी नगरी रहा तै। तिंयां लोग हुऐ तै कंज़रै और तिंयां तै हर रंगे कंज़रैई करै भर्हुऐ दै। ता परमेशरै किऐ तिंयां आगी करै दहई खतम। इना लै इहअ हणअ आसा झ़ुठी शिक्षा दैणैं आल़ै लै चतैनगी कि तिन्नां बी भेटणीं सदा रहणैं आल़ी आगी दी सज़ा। (2 पतरस 2:6; मूल़ 19:4-25; बधान 29:23)
ता ज़ाती-ज़ाती मारना लै निखल़ा तेऊए मुंहां का एक तिछी तलबार और तेऊ करनअ लोहेओ राज़दंड लई करै तिन्नां दी राज़। सर्वशक्तिमान परमेशरा करनै आपणैं दुशमण इहै खतम ज़िहै लोग अंगूरो रस बणांआ। तेऊ करनी ईंयां सोभै गल्ला परमेशरा लै ज़ुंण सोभी प्रैंदै राज़ करा और ज़सरअ प्रकोप तिन्नां लै पल़णअ किल्हैकि तिन्नैं किअ पाप। (प्रगट की दी गल्ला 2:27)
“पर ज़ुंण मुंह दी भरोस्सअ नांईं डाहे, तिंयां पाणै ज़ोरा-ज़ोरी तेऊ समुंदरा दी ज़ुंण गंधका करै ज़ल़ा, सह आसा दुजी मौत। अह इहअ नतिज़अ हणअ तिन्नां लोगो बी ज़ुंण होरी लोगा सम्हनै मेरअ नांअ लणै का डरा, ज़ुंण बूरै काम करा, ज़ुंण होरी मारी पाआ, ज़ुंण कंज़रैई करा, ज़ुंण ज़ादू करा, मुर्तिए पूज़ा करा और झ़ुठअ बोला।” (1 कुरिन्थी 6:9-10; इफिसी 5:5)