प्रकाशितवाक्य 12:14 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान14 और तेसा बेटल़ी लै दैनै एकी बडै मुक्षरलै ज़िहै दूई फैंख; कि तेसा दानुईं सम्हनै का डैअ दैई करै बणैं तेसा कांगनरांगै ज़ैगा लै डेओए ज़िधी परमेशर तेसा साढै चिई साला तैणीं डाहे। Faic an caibideilकुल्वी14 होर तेसा बेटड़ी बै इलणी च़िड़ू सांही दुई पांख धिनै कि सौ अजगरा सामनै न उड़िया जंगल न तेसा ज़ैगा न पुजली ज़ौखै सौ साढ़ै त्राई बौर्षा तैंईंयैं धाचिली। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम14 पर तेसा वेटडी वडे उकाबा रे दुई फियाख दीने, की सर्पा रे सामने का उडी करे बूणा री तेसा जागहा पूजअ, जखे सह थी एक वक्त होर होरी आधे बकते तखे पूजे। Faic an caibideil |